इलेक्ट्रिक स्कूटरों की रेंज अभी भी कम है, जिससे लोगों को बार-बार चार्जिंग करनी पड़ती है।
इलेक्ट्रिक स्कूटर को पूरी तरह चार्ज करने में कई घंटे लगते हैं।
इलेक्ट्रिक स्कूटर पेट्रोल स्कूटरों की तुलना में अधिक महंगे होते हैं।
इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी की लाइफ सीमित होती है, जिसके बाद इसे बदलना पड़ता है।
इलेक्ट्रिक स्कूटरों की रेंज ठंडे मौसम में कम हो जाती है।
इलेक्ट्रिक स्कूटरों के लिए पेट्रोल स्कूटरों की तुलना में कम सर्विस सेंटर उपलब्ध हैं।
सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक स्कूटरों पर दी जाने वाली सब्सिडी कम हो रही है।